मुझे गैरों ने नहीं अपनों ने मारा है मुझे गोलियों ने नहीं बोलियों ने मारा है, मुझे गैरों ने नहीं अपनों ने मारा है मुझे गोलियों ने नहीं बोलियों ने मारा है,
मारा गया गरीब, देख ली चौकीदारी। मारा गया गरीब, देख ली चौकीदारी।
जितने की आपने उम्मीद लगाई, मेरे बस की नहीं है उतनी पढ़ाई जितने की आपने उम्मीद लगाई, मेरे बस की नहीं है उतनी पढ़ाई
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।
परन्तु रावण राम के हाथों मारा गया। परन्तु रावण राम के हाथों मारा गया।
उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है। उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है।